भारत में अंग्रेजी शासन कि स्थापना
भारत में अंग्रेजी शासन कि स्थापना
मध्य एशिया से सम्पर्क रखने के लिए यह क्षेत्र बौद्धिक दृष्टि से और सामरिक दृष्टि महत्वपूर्ण था ।
1843 में सिंध विलय के पश्चात भारत में अंग्रेजी राज्य सीमा आसान हो गई । पंजाब पर अधिकार से साम्राज्य हिंदुकुश श्रृंखला तक सीमा प्राप्त कर सकता था।
रंजीत सिंह के पश्चात पंजाब में राजनैतिक अस्थिरता थी इस समय तक प्रति द्वदी सिख सरदार अंग्रेजो से बातचीत कर अपनी स्थिति मजबूत करने में लगे थे।
1845-1846 ई में प्रथम आंग्ल सिख युद्ध हुआ जिसमें अंग्रेजो ने लाहौर पर अधिकार किया और वहां ब्रिटिश सेना कि नीव रख दी।
कालांतर में अंग्रेजो ने लाहौर दरबार में भैरवल कि संधि की जिसके तहत प्रत्येक विभाग पर उनका कब्जा हो गया।
1848 में नया गवर्नर जनरल डलहौजी आया
इस अंग्रेजो ने सिख पर ब्रिटिश विरोधियों का साथ देने का आरोप लगाया और 1849 ई में पंजाब को ब्रिटिश राज्य में मिला लिया।
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