मराठा साम्राज्य

मराठा साम्राज्य 
बालाजी विशवनाथ पेशवा 1713 ई शहुज्जी द्वारा 1720 में मृत्यु 

पेसवा बाजीराव प्रथम 1720 से 1740 ई तक इनका काल चला 
पलखेड़ा का युद्ध 5 मार्च 1728 ई को बाजीराव प्रथम एवं निजामुल मुल्क के बीच हुआ था।
दिल्ली पर आक्रमण बाजीराव द्वारा 29 मार्च 1737 ई को हुआ था।
बाजीराव प्रथम कि मृत्यु 1740 ई में हो गई थी 
बालाजी बाजीराव 1740-1764 ई में पेशवा बना 
1750 ई में संगोला संधि के सारे अधिकार पेशवा के हाथ में आ गए
पानीपत का त्रत्तिय युद्ध 14 जनवरी 1761 ई को
हुआ था 
मराठा सरदार सदाशिव राव भाऊ व विश्वासराव तथा 
अहमद शाह अब्दाली के बीच युद्ध हुआ था।
माधवराव नारायण 1761 ई मे पेशवा बना था।
पेशवा नारायण राव 1772-1773 ई में रघुनाथ के द्वारा  किया गया था।

बारह भाई शभा कि देखरेख 12 सदस्यों कि एक परिसद सदस्यों कि कि एक एक परिसद करती थी दो महत्वपूर्ण सदस्य मेहदजी सिंधिया एवं नाना फडणवीस किया थे ।
पेशवा (2) बाजीराव द्वितीय ने आत्म समर्पण मेल्कम के समुख किया था।

बाजीराव द्वितीय पेंसन पर जीता था और इसकी मृत्यु 1853 ई में हो गई थी।
इसके द्वारा नाना साहब कि क्रांति में भाग लिया गया था।
प्रथम आंग्ल मराठा युद्ध (1775-82) 
वर्ष 
1775 ई 
सिंधिया 
सूरत कि संधि 
वर्ष
1776 ई 
सिंधिया 
पुरंदर 
संधि
वर्ष
1779 ई 
संधि 
बड़गांव कि संधि
वर्ष
1789ई
सिंधीया
बड़गांव कि संधि 
वर्ष 
1782 ई 
साला बाई कि संधि

द्वितीय आंग्ल मराठा युद्ध
1802 ई वासिन कि संधि
1803 ई सर्जि न अर्जंगाव कि संधि
1804 ई राजापुर घट कि संधि

ट्रत्तिय आंग्ल मराठा युद्ध
1816 ई नागपुर कि संधि
1817 ई ग्वालियर कि संधि
1818 ई मंदसौर कि संधि


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