सोफी तथा भक्ति आंदोलन
सोफी तथा भक्ति आंदोलन
वेहड़ता उल वजूद इसके अनुस्वार ईश्वर एक है।
उनके आध्यात्मिक प्रवर्तक पीर थे
इनका अनुचर वली को माना जाता है
सूफियों के आश्रम खान काह थे
प्रमुख सिलसिले और संप्रदाय चिश्ती संप्रदाय नक्शबंदी संप्रदाय सूरह वर्दी संप्रदाय फिरदौसी संप्रदाय कादरी संप्रदाय
चिश्ती संप्रदाय
इस संप्रदाय की स्थापना ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती द्वारा की गई थी।
और इस संप्रदाय का केंद्र अजमेर को माना जाता है।
इस संप्रदाय में शीशे कुतुबुद्दीन बख्तियार तथा बाबा फरीद को माना जाता है।
सुराबर्डी संप्रदाय
सुहरावर्दी संप्रदाय का संस्थापक शहाबुद्दीन सुहरा वर्दी
तथा हमीदुद्दीन नागौरी जिससे सुल्ताने ए तरकीन के नाम से भी जाना जाता है ।
संप्रदाय की पहुंच सिंधु पंजाब मुल्तान तक सीमित थी।
और इस संप्रदाय का मुख्यालय मुल्तान था।
नक्शबंदी संप्रदाय
नक्शबंदी संप्रदाय का संस्थापक ख्वाजा अब्दुल्ला को माना जाता है।
प्रमुख संत इस संप्रदाय के प्रमुख संत शेख अहमद सर हिंदी थे।
सतआरी सिलसिला संप्रदाय
इस संप्रदाय का संस्थापक शेख अब्दुल्ला सतारी को माना जाता है।
इस संप्रदाय का मुख्य केंद्र बिहार था।
कादिरी सम्प्रदाय
इस सम्प्रदाय का संस्थापक अब्दुल कादिर गिलानी को
माना जाता है।
तथा इसका श्रेय मोहिम्म द गोश को माना जाता है।
मल्लाह साह का शिष्य दराह सिकोह था।
फ़िरदौस ई सम्प्रदाय का कार्य क्षेत्र विहार को माना जाता है।
सूफी मत एवं उनके प्रवर्तक
सूफी मत
चिश्ती सुहरेवर्डी
सिहनुबुद्दी न सुहारेवर्दी
सूफी मत
नक्सबंडी
प्रिवर्क
ख्वाजा अब्दुल्ला/ शेख बाकी बिल्ल्ला
कादिरी सतारी
प्रेवर्तक
अब्दुल कादिर गिलानी
शेख अब्दुल्ला सतारी
सूफी मत
फ़िरदौस
प्रीवर्क
बदरुद्दीन
सूफी मत
ऋषि
प्रवटक
शेख नूरुद्दीन
सूफी मत
कलंदरी
परवर्तक
नजीमुद्दीन कलंदर
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