विजय नगर एवं बेहमनी साम्राज्य
बंगाल
बंगाल का संस्थापक बुरा खान था।
इख्ट्यारुद्दिन्न मोहॉम्मद बिन तुगलक
सेन वंश हारा गया ।
सन 1337 ई o में इसके बाद सम्सुद्दी न सास्क बना ।
अदीना मसजिद का निर्माण
(*) गयासुद्दीन आजमशाह द्वारा 1889 ई में किया गया था।
* 1445 ई o में गणेश नाम का ब्राह्मण मुसलमान बन बंगाल पर अपना अधिकार जमाया ।
जलालुद्दीन ( धर्म परिवर्तन पुत्र गणेश का ) उसने 1431 ई o में तक अपना सासन किया ।
* 1493 ई o में allauddin Husain Saha बंगाल का शासक बना ।
श्री कृष्ण विजय नामक पुस्तक मूलधर द्वारा ही लिखी गई थी।
* नुसरत शाह जिसका शासनकाल 1519-1532 ई o में तक चला।
उड़ीसा
उड़ीसा का सड़क वर्मन चोड़ को माना जाता है।
जिसका शासनकाल 1519 से 1532 ई o में तक चला।
लिंगराज मंदिर तथा जगन्नाथ मंदिर का निर्माण और कोणार्क के सूर्य मंदिर का निर्माण नरसिंह द्वारा ही किया गया था।
सूर्यवंशियों कि उपाधि गजपति मानी जाती है।
मलिक उर्फ शार्क (पूर्व का स्वामी )कि उपाधि वजीर ख्वाजा द्वारा दी गई थी।
जौन पुर
जौनपुर का संस्थापक फिरोज तुगलक को माना जाता है (1400) सतब्दी में
वजीर खवाजा की उपाधि मलिक - उस - सर्क थी और यह शुलतान मीहॉम्मद द्वारा दी गई थी।
शर्की वंश का संस्थापक मलिक शरब्र को माना जाता है।
अताला देवी मस्जिद का निर्माण 1408 ई o में इब्राहिम साह द्वारा किया गया था।
1339 ई o में शासन उद्यन देव का हुए था ।
शिकंद्र का शासनकाल 1389-1413 ई o तक माना गया है।
शिकांद्र को कशमीर का ओरांगजेब भी माना जाता है।
जैन
जैनुअब्दिन जिसका शासनकाल 1420-1470 तक चला इसको कशमीर का अकबर भी कहा जाता है।
इसको कविताएं लिखने का बहुत शौक था।
शिकायत नामा ग्रंथ की रचना इसी के द्वारा ही कि गई थी।
मेवाड़
मेवाड़ का संस्थापक चन्द्र को जाता है।
मेवाड़ कि राजधानी नागदा को माना जाता है।
नागदा इल्तुतमिश द्वारा ध्वस्थ हो किया गया था।
राणा हमीर का सासनकल 1314-1378 ई o तक चला।
1431 ई o में राणा कुम्भा द्वारा कीर्ति स्तंभ कि स्थापना इसके द्वारा कि गई थी।
मारवाड़ 1532-62
आंबेर कछवा राजवंश का शासन
इसका शासनकाल दुल्ड्राय द्वारा ( 10 वी सताब्दी में किया गया था)
इसका पुत्र भगवानदा तथा पोत्र मानसिंह को माना गया है।
गुजरात
सबसे पहले गुजरात का शासक राजा राय कर्न को माना जाता है।
जाफर कि उपाधि शुल्टान मुजफ्फर शाह थी।
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