Sardar Vallabh Bhai Patel

Sardar Vallabh Bhai Patel in
जब से देश में स्टेचू ऑफ़ लिबर्टी बनी है तब से सरदार वल्लभ भाई पटेल के व्यक्तित्व के बारे में लगभग पूरा देश जान गया है., आइये इस लेख में वल्लभ भाई पटेल की जीवनी पर 

व्याख्या: श्री वल्लभभाई पटेल का पूरा नाम वल्लभ भाई झावेरभाई पटेल, उपनाम सरदार पटेल और लौह पुरुष था.

व्याख्या: श्री वल्लभभाई पटेल का जन्म 31 अक्टूबर 1875 को नडियाद, बंबई प्रेसीडेंसी, ब्रिटिश भारत में हुआ था जबकि उनकी मृत्यु 15 दिसम्बर 1950 (उम्र 75) मुंबई, में हुई थी. उनकी मृत्यु हार्ट अटैक से हुई थी.

व्याख्या:  31 अक्टूबर को सरदार वल्लभभाई पटेल के जन्मदिन को "राष्ट्रीय एकता दिवस" के रूप में मनाया जाता है. इसकी शुरुआत 2014 में हुई थी.

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व्याख्या: स्टैच्यू ऑफ यूनिटी गुजरात के नर्मदा जिले में स्थित है और यह दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा है जिसे 31 अक्टूबर 2018 को राष्ट्र को समर्पित किया गया था. स्टैच्यू ऑफ यूनिटी, की ऊंचाई लगभग 182 मीटर (597 फीट) है जबकि स्टेचू ऑफ़ लिबर्टी की ऊँचाई केवल 93 मीटर है.

व्याख्या: बारडोली सत्याग्रह, वर्ष 1928 में गुजरात में हुआ एक प्रमुख किसान आंदोलन था, जिसका नेतृत्व वल्लभभाई पटेल ने किया था. इसकी सफलता के बाद ही पटेल साब को सरदार की उपाधि दी गयी थी.

व्याख्या: बारडोली सत्याग्रह आंदोलन के सफल होने के बाद वहां की महिलाओं ने वल्लभभाई पटेल को ‘सरदार’ की उपाधि प्रदान की थी.

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व्याख्या: स्वतंत्रता के समय भारत में 565 देसी रियासतें थीं जो कि भारत के कुल 40 क्षेत्रफल का प्रतिशत था. सरदार पटेल ने सभी को बातचीत से भारत में शामिल कर लिया था लेकिन हैदराबाद स्टेट को भारतीय गणतंत्र का हिस्सा बनाने के लिए सरदार पटेल को ‘ऑपरेशन पोलो’ चलाना पड़ा था जिसमें सैनिक कार्रवाई शामिल थी.

व्याख्या: सरदार पटेल को भारत रत्न का सम्मान 1991 में मरणोपरांत दिया गया था.

व्याख्या: सरदार पटेल ने मार्च 1931 में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के कराची अधिवेशन की अध्यक्षता की थी. यह भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का 46वाँ अधिवेशन, गाँधी इरविन समझौते की पुष्टि के लिए बुलाया गया था.

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