Ecosystem of our world
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शाले गैस, कोयला तल मीथेन, बलुआ पत्थर और मेथेन हाइड्रेट ये सभी प्राकृतिक गैस के अपरम्परागत स्रोत हैं।
CITES पर्यावरण संरक्षण से संबंधित वैश्चिक समझौता है।
क्लार्क बी बेविन पुरस्कार वन्यजीव सुरक्षा से संबंधित है। यह वन्यजीव सुरक्षा के लिए कार्य करने वाले व्यक्ति को दिया जाता है।
GRIHA मानक पर्यावरण मानक से संबंधित है।
राष्ट्रीय वन्यजीव बोर्ड का चेयरमैन प्रधानमंत्री होते हैं।
परम्बिकुलम वन्यजीव अभयारण्य केरल के पालक्कड़ जिले में है जो 89 वर्ग किमी में फैला हुआ है।
अंटार्कटिका एनवायरनमेंट प्रोटोकॉल अंटार्कटिका में खनन पर रोक लगाता है।
कच्छ की खाड़ी में स्थित समुद्री राष्ट्रीय उद्यान भारत का पहला समुद्री राष्ट्रीय उद्यान है। इसकी स्थापना 1982 में हुई।
इटली में फास्टफूड विरोधी आंदोलन चला है। फास्टफूड स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होता है।
क्लोरोफ्लोरो कार्बन से ओजोन परत का बहुत नुकसान होता है। यह रेफ्रिजरेटर से उत्पन्न होती है।
हाइड्रोपोनिक्स पौधों की प्रजातियों से संबंधित है।
जवाई के जंगल राजस्थान में हैं जो पाली जिले में हैं। इन्हें कंज़र्वेशन रिज़र्व स्टेटस मिला हुआ है।
प्रदूषण नियंत्रण के लिए मिशन जलवायु परिवर्तन पर एक्शन प्लान का हिस्सा नहीं है।
ग्रीन इकॉनमी यूनाइटेड नेशंस एनवायरनमेंट प्रोग्राम (UNEP) के नेतृत्व में है।
भारत में सबसे ज्यादा पर्यावरण संवेदनशील जगह महाराष्ट्र में है।
विक्रमशिला गंगा डॉल्फिन अभ्यारण्य बिहार में है जो गंगा की डॉल्फिन की सुरक्षा के लिए बनाया गया है। गंगा की डॉल्फिन भारत का राष्ट्रीय जलीय जीव है।
नागोया प्रोटोकॉल एक्सेस और बेनिफिट शेयरिंग (ABS) तंत्र से संबंधित है। यह 29 अक्टूबर 2010 को हस्ताक्षरित हुआ।
महाराष्ट्र के शहर नागपुर को ‘टाइगर गेटवे ऑफ इंडिया’ कहा जाता है।
अंतरराष्ट्रीय जैवविविधता का कार्यालय इटली के रोम में है।
अंतरराष्ट्रीय चावल अनुसंधान केंद्र फिलीपींस जबकि अंतर्राष्ट्रीय मक्का और गेहूं सुधार केंद्र मेक्सिको में है।
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